अपडेटेड 20 April 2025 at 20:10 IST
UP विधानसभा चुनाव में टूट जाएगा INDI गठबंधन या साथ रहेगा विपक्ष? अखिलेश यादव ने बताई 2027 चुनाव की रणनीति
अखिलेश यादव 2027 की सियासी जमीन तैयार करने में लग गए हैं। 2027 विधानसभा चुनाव में INDI गठबंधन रहेगा या टूट जाएगा? इसपर अखिलेश यादव ने स्थिति साफ करदी है।
- भारत
- 3 min read

UP election 2027 : लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) को हराने के लिए विपक्ष ने INDI गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा था। इसके बाद दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच ये गठबंधन टूट गया। अब देश के सबसे राजनीतिक सूबे उत्तर प्रदेश में करीब2 साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव 2027 में INDI गठबंधन रहेगा या टूट जाएगा? इसपर अखिलेश यादव ने अपनी स्थिति साफ करदी है।
रविवार को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी INDI गठबंधन में रहकर ही 2027 का विधानसभा चुनाव लड़ेगी और 2027 के विधानसभा चुनावों में PDA (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) राज्य की सत्ता से BJP को उखाड़ फेंकेगा। उन्होंने दोहराया कि INDI गठबंधन है और रहेगा।
लोकसभा चुनाव में INDI गठबंधन का प्रदर्शन
2024 के लोकसभा चुनाव में INDI गठबंधन ने अपेक्षा से बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन सरकार बनाने के लिए बहुमत हासिल नहीं कर सका। गठबंधन ने 543 सीटों में से 234 सीटें जीतीं, जो 2019 की तुलना में बेहतर प्रदर्शन था। INDI गठबंधन के प्रमुख दलों में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस ( TMC ), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) और शिव सेना (उद्धव ठाकरे) है।
कांग्रेस को 2019 में 52 सीटें मिली थी और 2024 में 99 सीटें जीती। इस प्रदर्शन के साथ 10 साल में पहली बार आधिकारिक विपक्ष का दर्जा हासिल करने में सफल रही। समाजवादी पार्टी को यूपी में 37 सीटें मिली थी, जो 2019 में महज 5 थी।
Advertisement
- तृणमूल कांग्रेस (TMC): पश्चिम बंगाल में 29 सीटें (2019 में 22)
- द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK): तमिलनाडु में 22 सीटें
- शिव सेना (उद्धव ठाकरे) ने 9 सीटें और एनसीपी (शरद पवार) ने 8 सीटें महाराष्ट्र में जीतीं।
2024 के लोकसभा चुनाव में INDI गठबंधन की सफलता ये रही कि BJP की सीटें कम हो गई। BJP ने 2019 में 303 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जो 2024 में घटकर 240 रह गई और उसे अकेले दम पर बहुमत नहीं मिला। कांग्रेस ने अपनी सीटों को लगभग दोगुना किया और क्षेत्रीय दलों ने अच्छा प्रदर्शन किया।
यूपी में INDI गठबंधन का प्रदर्शन
INDI गठबंधन ने उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 43 सीटें जीतीं थी। जिसमें समाजवादी पार्टी ने 37 और कांग्रेस ने 6 सीटें हासिल कीं। यूपी में BJP ने 33 और NDA ने 36 सीट जीती थी। गठबंधन का वोट शेयर करीब 43% था जो NDA के बराबर था, BJP का वोट शेयर 41.37% रहा था।
Advertisement
उपचुनाव में झटका
हालांकि, नवंबर 2024 में यूपी की 9 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में INDI गठबंधन को झटका लगा था। SP केवल 2 सीटें सिसमऊ और करहल ही जीत पाई थी, जबकि BJP गठबंधन ने 7 सीटें हासिल कीं। उपचुनाव में BJP की जीत को PM नरेंद्र मोदी की नीतियों और CM योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व से जोड़कर देखा गया था।
अब 2027 के विधानसभा चुनाव में INDI गठबंधन की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि वह BJP की संगठनात्मक ताकत का मुकाबला कैसे करता है? गठबंधन के पास फिलहाल संगठन को मजबूत करने और रणनीति बनाने के लिए का समय है, लेकिन BJP की मजबूत पकड़ और क्षेत्रीय चुनौतियां इसे कठिन बनाती हैं। 2024 की सियासी जमीन पर समाजवादी पार्टी ने योगी आदित्यनाथ से फतह हासिल की थी, लेकिन प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन और उपचुनावों में भारी जीत ने एक बार फिर चुनावी मैदान में योगी आदित्यनाथ को एज दिला दिया। इसीलिए इसी एज को काटने के लिए अखिलेश यादव 2027 की सियासी जमीन तैयार करने में लग गए हैं।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 20 April 2025 at 19:49 IST